आपदा प्रबंधन पर कार्यशाला संपन्न
सैलाना। वर्तमान भारत में यदि कोई सबसे ज्यादा खतरनाक जगह है तो वह है हमारी सड़के… आजादी के बाद से अब तक होने वाले युद्धों में, आतंकवाद घटनाओं में भी कुल…. इतने लोग नहीं मारे गए जितने हर वर्ष हमारी सड़कों पर मर जाते हैं आंकड़े गवाह है सन 2022-23 में आंकड़ों के अनुसार 161 522 लोगों ने सड़कों पर दम तोड़ा घायल होने वालों की संख्या तो इससे कई गुना है।
आज के दौर मे सड़क दुर्घटना सबसे बड़ी मानवीकृत आपदा है, हर वर्ष अरबो रुपए के संसाधन इन दुर्घटनाओं की वजह से बर्बाद हो रहे हैं ऐसी स्थिति में हर विद्यार्थी का यह दायित्व बन जाता है कि वह न केवल स्वयं वर्णन अपने पूरे परिवार को सुरक्षित रखने के लिए यातायात के नियमों सड़क पर चलते समय रखी जाने वाली सावधानियां और आवश्यक सुरक्षा उपायों की पूरी जानकारी रखें।

यह विचार प्राचार्य श्री गिरीश सारस्वत में आपदा प्रबंधन के तहत सीएम राइज मॉडल उमावि सैलाना मे आयोजित विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये, इससे पूर्व शिक्षक ऋषिकांत देवड़ा ने विद्यार्थियों को वीडियो माध्यम से विभिन्न दुर्घटनाओं के कारण के बारे में विस्तार से बताया।
श्री अशोक गौर ने विशेष कर दो पहिया वाहन चलाते समय रखी जाने वाली सावधानीयो एवं हेलमेट के महत्व को विद्यार्थियों को बताया इस अवसर पर विद्यार्थियों को आपदा क्या है आपदा के विभिन्न प्रकार आपदा के समय की जाने वाली आवश्यक कार्रवाइयों का परिचय भी ऑडियो वीडियो माध्यम से दिया गया।
इस अवसर पर शाला के वरिष्ठ शिक्षक श्री वैभव दुबे ,स्काउट प्रभारी कैलाश मकवाना रेड क्रॉस प्रभारी सुरेश बनिया सहित विद्यार्थी उपस्थित थे विद्यार्थियों ने प्रश्नों के माध्यम से अपनी जिज्ञासाएं रखी जिनका विस्तृत उत्तर प्राचार्य श्री सारस्वत ने दिया आभार जुझार सिंह राठौर द्वारा व्यक्त किया गया।

Author: MP Headlines



