रतलाम/सैलाना। सोयाबीन के भाव 6000 प्रति क्विंटल किये जाने की मांग को लेकर आज सैलाना सरवन, बाजना एवं रावटी ब्लांक कांग्रेस के तत्वाधान में ग्रामीण किसान एवं कांग्रेसजनों ने पूर्व विधाायक हर्षविजय गेहलोत के नैतृत्व में विशाल प्रदर्शन करते हुए, महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन तहसीलदार कैलाश कन्नौज को सौपा।
इसके पूर्व गेहलोत के निवास से विधानसभा क्षेत्र से बडी संख्या में किसान एवं पार्टी कार्यकर्ता गेहलोत के नैतृत्व में विशाल रैली के रूप में नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए निकले जो एसडीएम कार्यालय पहुचें।
यहा उपस्थित जनो को सम्बोधित करते हुए गेहलोत ने कहा कि हमारे देश के अन्नदाता किसान इस समय काफी परेशानियों से जुझ रहा है। भारी वर्षा (अतिवृष्टि) से उनकी सोयाबीन एवं धान की फसलों को बड़ा नुकसान हुआ है। प्रदेश में 50 प्रतिशत किसानों की सोयाबीन फसल पीले मोजक एवं किट आदि से खराब होने की स्थिति में आ गई है। वही किसानों की लागत मूल्य भी दोगुना हो गई हैं। वर्ष 2011 में भी सोयाबीन की फसल के दाम 4300 रूपयें प्रतिक्विंटल थें। वही आश्चर्य की बात है कि आज भी वर्ष 2024 में भी किसान पुराने दामों पर सोयाबीन बेचने को मजबुर है
श्री गेहलोत ने कहा की देश में सोयाबीन उत्पादन राज्यों में म.प्र. में किसानो द्वारा सोयाबीन की सर्वाधिक खेती की जाती है आज भी प्रदेश सोयाबीन का सरताज है हाल ही में केन्द्र सरकार द्वारा देश के तीन राज्यों में एमएसपी की घोषणा की है लेकिन म.प्र. के किसानो के साथ सरकार ने छलावा ही किया हैं। जिसके कारण आज किसानो को सोयाबीन के दाम 6000 प्रति क्विंटल करने को लेकर सड़क पर उतरना पडा है।

गेहलोत ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा विघुत ट्रासफार्मर के नाम पर किसानो से अग्रिम राशि के रूप में 5000 रू जमा करवा लिये गये जो कि राशि करोड़ों में शासन के खाते में जमा करवा ली गई लेकिन आज तक उक्त सुविधा का लाभ किसानों को नही मिला। श्री गेहलोत ने मांग की है कि केन्द्र सरकार द्वारा चायना की लहसुन देश में आयात कर मंगवाई जा रही है जिस कारण मण्डियों में लहसुन के दाम 5000 रू तक की गिरावट आई है। जबकी चायना की लहसुन स्वास्थ्य के लिये घातक है। इस आयात को जनता के हित में पूर्व की मनमोहन सरकार द्वारा देश में प्रतिबंधित किया गया था। पूर्व विधायक गेहलोत ने एसडीएम कार्यालय पर ज्ञापन का वाचन करने के बाद राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौपते हुए किसानों के सोयाबीन की उपज को सरकार द्वारा समर्थन मूल्य राशि रु 6000/- प्रति क्विटंल बढाकर फसल क्रय की जाने की मांग की एवं प्रदेश की मण्डीयों में समर्थन मूल्य खरीदी केन्द्र चालु करवाये जावे।

इस अवसर पर सैलाना, बाजना एवं सरवन के ब्लांक कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश पाटीदार, फिरोज पठान एवं छगन भगौरा सहित पूर्व मंडी अध्यक्ष शेखर गेहलोत, श्रीराम चौधरी,जगदीश कुमावत, जीवनलाल मईडा, रामजी निनामा, प्रकाश डामर, कालु मईडा, शंकर, पप्पन राधेश्याम पाटीदार, पृथ्वीराज सिंह, मानवेन्द्र सिंह, कालु निनामा, प्रकाश, सुरेश, सोहनलाल, सुखराम, समरथ टांक, बद्रीलाल, मनीष देवदा, अब्दुल मंसुरी, पंकज राठौड, कमल कटारिया, इल्लु, मनीष देवदा, ब्रजेश चौधरी एवं जितेन्द्र सिंह राठौर, समरथ टांक सहित बडी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता एवं किसान साथ थे। आभार सैलाना ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश पाटीदार द्वारा किया गया।

Author: MP Headlines



