वृद्धों का सम्मान भारतीय संस्कृति का सम्मान – श्री तांतेड़
सैलाना। जिस समाज में वृद्धों का सम्मान होता है , वह समाज सर्वरूपेण शक्तिशाली होता है। नवरात्रि के इस परम पवित्र अवसर पर आपने हम वृद्धों का सम्मान करके समृद्ध भारतीय संस्कृति का परिचय दिया है। बुजुर्गों के आशीर्वाद से आप सभी का मंगल हो।उपरोक्त आशीर्वचन शासकीय महाविद्यालय सैलाना में भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के तत्वाधान में आयोजित वृद्धजन सम्मान समारोह में नगर के शतायु 102 वर्षीय श्री भुरामल जी तातेड़ ने व्यक्त किए। इस अवसर पर युवा पीढ़ी पर अपना विश्वास व्यक्त करते हुए महाविद्यालय के युवा प्राध्यापकों को श्री तांतेड़ ने आशीर्वाद स्वरुप सम्मान निधि भी भेंट की ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉक्टर एस. सी. जैन ने श्री भुरामलजी के साथ-साथ पधारे नगर के वयोवृद्ध समाजसेवी मांगीलाल जी ग्वालियरी, सेवानिवृत प्राचार्य हेमशंकर अवस्थीजी का भी सम्मान किया। इस अवसर पर जन भागीदारी समिति अध्यक्ष दिनेश आसरा की गरिमामय उपस्थिति रही। प्रोफेसर अनुभा कानड़े ने कविता के माध्यम से समाज के इस सम्माननीय वर्ग के प्रति अपना आदर व्यक्त किया। इस अवसर पर समस्त प्राध्यापकगण कार्यालयीन स्टाफ एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे । संचालन प्रो. आशा राजपुरोहित एवं आभार डॉ. सौरभ ई. लाल ने माना।