रतलाम। मध्यप्रदेश में एक अप्रैल 2023 से शराब आहतों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाते हुए शासन के आदेश पर वैध अहाते भी बंद कर दिए गए थे। आदेश के बाद सभी अहाते बंद तो हो गए लेकिन इसके विपरित कई स्थानों पर ढाबे खुल गए हैं जो अवैध रूप से अपने ग्राहकों को शराब परोस रहे हैं। ढाबा संचालक अपने ग्राहकों को शराबखोरी के लिए उत्तम व्यवस्था करते हैं, ढाबों पर छोटे छोटे कैबिन (कमरे) बनाएं हुए हैं जिनमें चार से छह ग्राहक एक साथ टेबल कुर्सी पर बैठ कर भोजन कर सके लेकिन यहां खाना तो केवल चंद ग्राहक करते हैं लेकिन असल में यहां ग्राहक जाम छलकाने आते हैं।
शाम होते ही गांव नगर बायपास मार्गो पर स्थित इन ढाबों पर भीड़ बढ़ जाती है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार धामनोद क्षेत्र में एक ढाबा, सैलाना क्षेत्र में चार से पांच ढाबे और खोखरा नौगावां रोड़ पर एक ढाबा संचालित है। इन ढाबों पर बैठकर शराब पीने की व्यवस्था के साथ ही अवैध रूप से शराब भी बेची जा रही है। ढाबा संचालक प्रति ग्राहक से 15 से 20 रुपए सिर्फ बैठक चार्ज लेते हैं और इन ढाबों पर मांसाहारी भोजन मुख्य हैं। देर रात तक ढाबों पर जाम छलकाने के साथ ही विवाद की स्थिति भी बनती है। मतलब ढाबों की आड़ में अवैध शराब और अवैध अहाते संचालित होकर शराबखोरी और अवैध गतिविधियों के अड्डे बन गये है। आबकारी विभाग व पुलिस के जवाबदार इस पर कोई ध्यान नहीं दे पा रहा है।

Author: MP Headlines



