सैलाना। जनजाति विकास मंच जिला रतलाम ने बेड़दा, विकास खंड सैलाना में आज दिनांक 4 दिसंबर 2024 वार बुधवार को क्रांतिसूर्य टंट्या मामा भील की पुण्यतिथि(बलिदान दिवस) मनाया गया।
जिला संयोजक श्री मांगीलाल खराड़ी ने बताया कि टंट्या मामा भील से अंग्रेज बहुत डरते थे, क्योंकि वह धनुर्धारी, गोफन, गुलल, दंड व पत्थर आदि हथियारों का प्रयोग कर उन्हें पराजित करते थे। अंग्रेजों के सैनिकों को वह गोरिल्ला युद्ध के माध्यम से हमेशा पराजित करते रहते थे। अंग्रेज डांडिया मामा भील के नाम से डर कर जंगल वन की ओर जाने से पहले भयभीत थे।

युवाओं में उन्होंने जागरण कर अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाई और हमारी धरती हमारे जल जंगल जमीन और हमारे धर्म और परंपराओं की रक्षा की उन पर अंग्रेजों ने कई बार दबाव बनाया धर्म परिवर्तन करने का पर उन्होंने नहीं किया उन्होंने हमेशा अपने ही हिंदू धर्म ,हिंदू परम्पराओं का पालन करते हुए हमारे समाज को सहयोग किया जोड़कर के एक रखें। आज के युवाओं को और हमें सभी ने होने से प्रेरणा लेकर के समाज तथा धरती पर्यावरण और जल जमीन जंगल देश धर्म और संस्कृति की रक्षा करना चाहिए।

Author: MP Headlines



