-ग्रामीण महीनों लगाते रहते हैं कार्यालयों के चक्कर
सैलाना। भाजपा के निर्वाचित मंडल अध्यक्ष पंकज राठौड़ ने अपने तीखे तेवर में शक्त लहजे में सैलाना नगर में पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों के लिए कहा की जो कर्मचारी विकासखंड मुख्यालय पर पदस्थ हैं वे मुख्यालय पर रह कर कार्य करने की आदत बनाले नही तो उनको मुख्यालय पर रह कर काम केसे किया जाता है हम सीखा देंगे सैलाना विधान सभा को सिर्फ कमाने का सोर्श न समझे गरीब जनता के लिए सदेव तत्पर रहने का संकल्प लेकर क्षेत्र में अपनी सेवाएं दें।
हमने देखा है कि अधिकारी, कर्मचारी अपने मुख्यालयों पर निवास नहीं करते हैं। प्रतिदिन अप-डाउन करते हैं, जिसके चलते कार्यालय लेट खुलते हैं और समय से पहले ही बंद हो जाते हैं। अप-डाउन के चक्कर में अधिकारी, कर्मचारी केवल जरूरी कार्यों को ही निपटाते हैं। जिसके चलते ग्रामीणों को कई महीनों तक कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ते हैं। जिलाप्रशासन द्वारा विभागों के प्रमुखों और कर्मचारियों को मुख्यालय पर रहने के आदेश दिए जाते हैं लेकिन आज तक इन पर अमल नहीं हो सका है। हर बार इन आदेशों को हवा में उड़ा दिया गया है जिला कलेक्टर महोदय के संज्ञान में ला कर अपडाउन करने वाले कर्मचारियों को मुख्यालय पर रुकने हेतु आदेश जल्द जारी करवाएंगे ।
सैलाना नगर के शासकीय विभागों का हाल यह है कि कर्मचारियों मनमर्जी जारी है इसका भुगतान आम जन को अपने काम के लिए चक्कर लगा लगा कर करना पड़ रहा है। कई बार प्रशासन ने भी अधिकारियों और कर्मचारियों को मुख्यालय पर रहने के लिए सख्त हिदायत दी लेकिन इसके बाद भी इस पर ध्यान नहीं दिया गया। तहसील मुख्यालय पर अधिकतर अधिकारी कर्मचारी रुकना ही नहीं चाहते हैं। यही कारण खुलेआम लोग सुबह नौकरी पर आते हैं और कुछ घंटों के बाद घर लौट जाते हैं। शाम के बाद या फिर छुट्टी के दिन इन्हें जरुरी शासकीय कार्य से बुलाना हो तो इनकी उस समय पोल खुल जाती है। अप-डाउन रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा अभी तक कोई ठोस प्रयास नहीं किए हैं।
मुख्यालय पर नहीं रुकने से जुड़े कुछ उदाहरण:
- तहसील मुख्यालय में ज़्यादातर अधिकारी-कर्मचारी रुकना नहीं चाहते कुछ अधिकारी कर्मचारी सुबह नौकरी पर आते हैं और कुछ घंटों के बाद अपने अपने घरो को लौट जाते हैं। शाम के बाद या छुट्टी के दिन, ज़रूरी शासकीय काम के लिए इनसे संपर्क करना हो, तो उन्हें बुलाना मुश्किल होता है।
- ग्राम पंचायत के सचिव को मुख्यालय में न रहने के कारण ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
- किसी भी शासकीय महाविद्यालय, विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षक शिक्षिकाएं अपने निर्धारित समय के बाद और पहले मुख्यालय पर नही मिल पाते है समय पर आते है समय होते ही चले जाते है।
- क्षेत्र के अस्पतालों में पदस्थ कर्मचारी लगातार अप-डाउन कर रहे हैं। इनमें डॉंक्टरों से लेकर सभी कर्मचारी शामिल हैं। यदि रात के समय उनकी जरुरत पड़े तो यह उपलब्ध नहीं हो पाते हैं। इस समस्या से क्षेत्र की जनता ने कई वार कलेक्टर से लेकर संबंधित विभाग को भी अवगत कराया लेकिन नतीजा शून्य ही रहा।

Author: MP Headlines



