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वर्तमान युग में पैसों के लिए भागम भाग की दुनिया में भरत रजक ने दिया ईमानदारी का परिचय वही सम्मान भी प्राप्त किया

रतलाम/सैलाना। वर्तमान युग में पैसों के लिए छोटे व्यापारी से लेकर बड़े-बड़े व्यवसाय करने वाले यहां तक की छोटे से-छोटा राजनेता हो या  बड़े राजनेता तक इस भागम-भाग के इस दौर में कोई किसी का नहीं है होता है। ऐसे में रतलाम जिले के सैलाना नगर जैसे छोटे स्थान पर ईमानदारी की एक मिसाल पेश करते हुए कपड़ों पर इस्त्री (प्रेस )करने वाले भरत रजक ने वर्तमान युग में यह एहसास कराया की पैसा ही सब कुछ नहीं है, चाल चरित्र ईमानदारी से भी अपने भरण पोषण को कायम रख सकते हैं। आमजन के लिए यह प्रेरणा स्रोत भी है

आईए जानते हैं पूरा घटनाक्रम जो इस प्रकार रहा है:-
नगर के ही इंडियन ग्रामीण गैस के प्रोपराइटर भंवर कुमावत हर बार की तरह इस बार भी अपने कपडो की इस्त्री (प्रेस)करने के लिए नगर के ही पैलेस चौराहा पर भरत रजक की थेला गाड़ी पर आमजन के कपड़ों की स्त्री करते हैं की दुकान पर रखकर अपने काम से रतलाम निकल गए। भरत ने कपड़ों पर इस्त्री की आखरी में जब  कुर्ते में पैसे रखे हुए की बारी आई तब वह रुपए देखकर चौंक गए। उन्होंने बिना देरी कुछ कहे भंवरलाल कुमावत को दुकान पर आने का कहा। तो  तब भंवर कुमावत ने कहा मैं रतलाम हूं 2 घंटे बाद आउगा। दो घंटे बाद जब भंवरलाल कुमावत भरत की दुकान पर आए तो उन्होंने रूपये उनके हाथो में रख दिए। तब वह चौंक गए और उन्होंने कहा कि यह मेरे नहीं है। तब भरत ने कहा कि यह आपकी  के कुर्ते की जेब से निकले हैं। जब उन्होंने पैसे गिने तो 72 हजार रूपये के करीब निकले।  कुमावत को ख्याल आया कि यह इंडियन गैस की गाडी की दो दिन पहले की सिल्क थी। जिन्हैं कपड़ो मे  वह रखकर भूल गए थे। घर से गफलत मे धूले हुए कपड़ो के साथ वह कपड़े भी किसी ने रख दिये थे।

भरत की इस युग मे ईमादारी पर भाव विभोर होकर गैस संचालक भंवर कुमावत ने शनिवार को दुकान पर जाकर भरत को हार पहनाकर मिठाई खिलाई एवं 1111 रूपये देकर सम्मान किया। इस दौरान रामेश्वर कुमावत, शांतिलाल सेन, सुनील भगोरा तथा पवन परिहार सहित अन्य उपस्थित थे।

भरत रजक ने पूर्व मे भी अपनी इमानदारी का परिचय दे चूके है,
भरत रजक ने बताया की पहले भी दुकान के समीप रहने वाले प्रतिष्ठित मंडी व्यवसायी कमलेश मेहता की शर्ट मे 25 हजार रूपये आ गये थे। तब उन्होंने उक्त रूपये मेहता को दिये थे। रजक का कहना है कि जो मुझे मजदूरी मिल रही है इस पर मुझे नाज है।भरत की इस दोनों ईमादारी की हर तरफ़ प्रशंसा सहराना की जा रही है।

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Author: MP Headlines

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