सैलाना। प्रकृति से ही प्राप्त उत्पादों का उपयोग कर हम प्रकृति का संरक्षण तो करते ही हैं और अपने दैनिक जीवन में स्वस्थ जीवनशैली को अपनाकर स्वयं को रोगों के संक्रमण से सुरक्षित रख पाते हैं। यानी जो कुछ हम प्रकृति से लेते हैं उसे वापस प्रकृति को लौटाना ही हमारी पर्यावरण के प्रति सजगता को दर्शाता है ।
ये विचार सीएम राइज शा. मॉडल स्कूल, सैलाना के खरमोर ईको क्लब द्वारा पर्यावरण शिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत जैविक उत्पाद और पर्यावरण संरक्षण पर आयोजित कार्यशाला में करुणेश पुरोहित ने व्यक्त किए। उन्होंने विद्यार्थियों को स्वयं के अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि गाय के गोबर और उसके साथ हमारे आसपास मौजूद जड़ी-बूटियों और औषधीय वनस्पति का उपयोग कर कई ऐसे उत्पादों को तैयार किया है जो स्वास्थ्य के लिए तो लाभकारी हैं ही, इसके साथ पर्यावरण और हमारे चारों और के वातावरण को भी शुद्ध रखते हैं, और इससे कुटीर उद्योग स्थापित कर अर्थ उपार्जन का कार्य भी किया जा सकता है। जो कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते भी खोलता है।

कार्यक्रम की रूपरेखा और उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए संस्था प्राचार्य गिरीश सारस्वत द्वारा विद्यार्थियों को जैविक उत्पादों के महत्व के बारे में बताया गया और इसके उपयोग से कैसे पर्यावरण को सुरक्षित रख सकते हैं इसके बारे में भी विस्तार से समझाया गया। उन्होंने आगे कहा कि विद्यालय में अधिकांश विद्यार्थी ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं, अतः यह कार्यशाला उनके लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी। कार्यक्रम में जीव विज्ञान विषय की व्याख्याता किरण देदरा द्वारा भी विचार रखे गए।

कार्यक्रम का संचालन ईको क्लब सदस्य श्वेता नागर ने किया। आभार माध्यमिक शाला प्रभारी कमलेश पाटीदार ने माना।
इसके साथ ही कार्यक्रम में सतत जीवनशैली के अंतर्गत बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। जिसमें देब चौधरी प्रथम, जयश्री सांखला द्वितीय रहे। कार्यक्रम में योगेश परमार, जुझार सिंह राठौर, सुरेश बानिया, महेश वर्मा, सारिका मंडलोई, रेवसिंह वसुनिया, अमित वर्मा सहित सभी शिक्षक उपस्थित रहे।

Author: MP Headlines



