जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 14 दिन बाद भारत ने आतंक के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के रूप में बड़ी कार्रवाई की। “ऑपरेशन सिंदूर के सफलतापूर्वक अंजाम दिए जाने के बाद, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देर रात तीनों सेनाओं के प्रमुखों से संवाद किया और पूरे हालात की विस्तृत जानकारी ली।
भारत की यह कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और बिना किसी उकसावे वाली रही है। इस दौरान, किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को नुकसान नहीं पहुंचाया गया है। भारत ने अपने लक्ष्यों के चयन और उन्हें निशाना बनाने में काफी संयम दिखाया है। ये कार्रवाई पहलगाम में हुए बर्बरता पूर्ण आतंकवादी हमले के जवाब में की गई है। इस कायराना आतंकी हमले 25 भारतीय और नेपाल के एक नागरिक की हत्या कर दी गई थी। भारतीय सशस्त्र बल इस प्रतिबद्धता पर खरे उतर रहे हैं कि आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस मिशन के दौरान आतंकियों के 9 ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट किया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूरे अभियान के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा गया कि किसी निर्दोष नागरिक को कोई नुकसान न पहुंचे, जिसके लिए एजेंसियों से प्राप्त इनपुट्स को बेहद गंभीरता से लिया गया। सवाईनाला कैंप, जो लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख ठिकाना माना जाता था, पहला लक्ष्य था। कर्नल कुरैशी ने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन में पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया।
ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
22 अप्रैल 2025 को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी। ऑपरेशन सिंदूर इसी आतंकी हमले का जवाब है। पाकिस्तान पर इस एयर स्ट्राइक के बाद भारत के रक्षा मंत्रालय की तरफ से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई। जिसमें यह साफ किया गया कि ऑपरेशन सिंदूर केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किया गया है। इसका उद्देश्य पाकिस्तान के साथ युद्ध को बढ़ावा देना नहीं है।
PM मोदी की निगरानी में चला मिशन:
India Pakistan War प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद पूरे ऑपरेशन पर रात भर नजर बनाए रहे। हमले खुफिया एजेंसियों द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के आधार पर सटीक रूप से अंजाम दिए गए। भारत की सभी तीन सेनाओं (थल, वायु और नौसेना) ने मिलकर इस संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम दिया।
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य
भारत के रक्षा मंत्रालय ने यह साफ कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद उन आतंकी ढांचों को नष्ट करना था, जहां से भारत के खिलाफ हमलों की योजना बनाई और संचालित की जा रही थी। यह कार्यवाही केवल आतंकवाद के खिलाफ है ना की पाकिस्तानी सेना के खिलाफ।
भारत के ऑपरेशन सिंदूर का लक्ष्य
भारतीय वायु सेवा के द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर में उन 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जहां लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के लॉन्च पैड थे। इनमें कोटली, बहावलपुर, मुजफ्फराबाद और पंजाब प्रांत की कुछ लोकेशन शामिल हैं।
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तानी सेना को नहीं बनाया निशाना
भारतीय सेना के द्वारा यह हमला 7 मई 2025 को करीब 1:30 AM पर किया गया। इस हमले में भारतीय वायु सेवा ने सटीक मिसाइलों का इस्तेमाल किया। रिपोर्ट के अनुसार ऐसा कहा जा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत 24 मिसाइल दागी गई। जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर को भी निशाना बनाया गया। इस ऑपरेशन सिंदूर का मकसद पाकिस्तान सेना को निशाना बनाना नहीं था। भारत सरकार ने यह साफ किया है कि यह केवल आतंकवादी विरोध है ना की युद्ध को बढ़ावा देना। भारत की इस एयर स्ट्राइक के बाद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ‘भारत माता की जय’ लिखा। इसके अलावा भारतीय सेना ने ऑपरेशन के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर न्याय हो गया लिखा।
ऑपरेशन सिंदूर पर पाकिस्तान का रिएक्शन
भारत और पाकिस्तान के तनाव के बीच हुए ऑपरेशन सिंदूर की पाकिस्तान ने निंदा की है। इसके बाद लाहौर और सियालकोट हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है। इतना ही नहीं लाहौर में इमरजेंसी की घोषणा भी हो गई है। हालांकि पाकिस्तानी सैन्य प्रवक्ता का कहना है कि जवाबी कार्यवाही की तैयारी चल रही है।
इन स्पॉट को भारत ने किया अटैक:
समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के मुख्यालयों को निशाना बनाकर रात के समय नौ ठिकानों पर विशेष कार्रवाई की गई।
- मरकज़ सुब्हान अल्लाह, बहावलपुर – जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का ठिकाना
- मरकज़ तैयबा, मुरिदके – लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का मुख्यालय
- सरजल, टेहड़ा कलां – जैश-ए-मोहम्मद का अड्डा
- महमूना जोया, सियालकोट – हिज्बुल मुजाहिदीन (HM) का ठिकाना
- मरकज़ अहले हदीस, बरनाला – लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा
- मरकज़ अब्बास, कोटली – जैश-ए-मोहम्मद का केंद्र
- मस्कर रहील शहीद, कोटली – हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रशिक्षण शिविर
- शवाई नाला कैंप, मुजफ्फराबाद – लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी शिविर
- सैयदना बिलाल कैंप, मुजफ्फराबाद – जैश-ए-मोहम्मद का संचालन केंद्र
भारत की अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक रणनीति:
India Pakistan News अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, सऊदी अरब और यूएई जैसे प्रमुख देशों को भारतीय अधिकारियों ने इस कार्रवाई की पूरी जानकारी दी। अमेरिकी NSA और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से भारत के NSA अजीत डोभाल ने बात की। वॉशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास ने भारत की कार्रवाई को “नपी-तुली, जिम्मेदार और गैर-उकसाऊ” बताया।
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Author: MP Headlines



