आनंद विभाग के साथ कुल 15 सामाजिक संस्थाएं हुईं जल गंगा संवर्धन अभियान में सम्मिलित
रतलाम 6 जून 2025/विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून तथा गंगा दशमी के शुभ अवसर पर आनंद विभाग द्वारा जल स्रोतों को बचाने हेतु हनुमान ताल पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। आनंद विभाग की जिला समन्वयक सीमा अग्निहोत्री ने बताया कि रतलाम शहर में कुल 65 जल स्रोत पंजीकृत हैं। जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जल स्रोतों के संरक्षण हेतु आनंद विभाग की टीम द्वारा कुल 21 जलस्रोतों का भ्रमण कर वहां का जल एकत्रित किया गया। पुष्पेंद्र सिंह
सिसौदिया द्वारा निर्मित पार्थिव शिवलिंग पर सभी लोगों ने संग्रहित जल से रुद्राभिषेक किया गया। कार्यक्रम में रतलाम शहर के इन जल स्रोतों के बारे में स्थानीय जनता से उनके इतिहास और वर्तमान स्थिति की जानकारी भी ली गई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नगर निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा ने कहा कि रतलाम की जनता को जागरूक होने की आवश्यकता है। नगर निगम की कचरा गाड़ी के बजाय लोग खाली प्लाट पर कचरा डाल देते है, जिससे रतलाम शहर की स्वच्छता, सुंदरता तो समाप्त होती ही है, लेकिन जल स्रोत भी प्रदूषित हो रहे हैं।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि स्वच्छता प्रभारी विशाल शर्मा ने कहा कि लोग पॉलीथिन सहित पूजन सामग्री को कुंए,बावड़ी, तालाब में डाल देते है, जल स्रोतों को संरक्षण की आवश्यकता नहीं है सिर्फ उन्हें प्रदूषित करना बंद कर दें। कार्यक्रम की अध्यक्ष वार्ड पार्षद निशा सोमानी ने बताया कि सभी लोग जल स्रोतों को स्वच्छ रखने और संरक्षण का संकल्प लें तो रतलाम में स्वच्छ जल की कोई कमी नहीं रहेगी ,और पूजन सामग्री को जल में प्रवाहित करने के बजाय पृथक कर खाद बनने योग्य सामग्री को बगीचे में डाल सकते हैं।
जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक रत्नेश विजयवर्गीय ने कहा कि यदि हम जागरूक नहीं रहे तो बावड़िया भी चोरी हो जाएगी, क्योंकि कई बावड़ी पर निर्माण हो चुके हैं और उसका कहीं अंश भी दिखाई नहीं देता। असामाजिक तत्व जमीन पर कब्जा करने के लिए बावड़ियों को कचरे से भरते चले जाते हैं और धीरे-धीरे वो विलुप्त हो जाती हैं।
मधु परिहार ने आग्रह किया कि कोटा वाला बाग बावड़ी और हाकिमवाडा बावड़ी की स्थिति खराब है,उनको खत्म होने से बचाने की आवश्यकता है। विभिन्न पर्यावरण प्रेमी द्वारा उनके निवास स्थल के करीब की बावड़ियों ,कुओं के बारे में जानकारी दी गई।
विभा राठौड़ ने भोयरा बावड़ी के इतिहास और उसके संरक्षण हेतु स्थानीय लोगों द्वारा किए गए प्रयास से अवगत कराया। जागरूकता कार्यक्रम में रतलाम के विभिन्न जल स्रोतों के रिकॉर्ड संधारित करने की योजना बनाई गई, जिसके दस्तावेजीकरण हेतु विनीता ओझा ने सहर्ष स्वीकृति प्रदान की।

कार्यक्रम को सफल बनाने में आनंद विभाग के श्री सुरेंद्र अग्निहोत्री, श्री संदीप नारले, श्री पवन मकवाना, श्री अशोक मेहता और श्री धर्मा कोठारी द्वारा सहयोग किया गया। समस्त सामाजिक संस्थाओं ने उद्देश्यपूर्ण कार्यक्रम में शालीनता के साथ कार्यक्रम को सफल बनाया। कार्यक्रम के अंत में गंगा आरती हुई तथा लायंस क्लब रतलाम समर्पण ने कपड़े की थैलियां वितरित की।
रतलाम के जल स्रोतों को संरक्षित करने के अभियान आनंद विभाग,जन अभियान परिषद,महिला पतंजलि योग समिति,भारतीय स्त्री शक्ति , लायंस क्लब रतलाम गोल्ड,रतलाम कला मंच,लायंस क्लब रतलाम समर्पण,अखिल भारतीय मारवाड़ी समाज,सहज योग संस्था,नमो ग्रुप फाउंडेशन,कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज,राष्ट्रीय गौ रक्षा विभाग, केसरिया जागृति मंच,श्रेष्ठ नव निर्माण फाऊंडेशन,जिला पतंजलि योग समिति ,अखिल भारतीय स्वर्णकार सभा कुल 15 संस्थाएं संयुक्त रूप से सम्मिलित हुई।

Author: MP Headlines




