रतलाम जिला प्रशासन व सैलाना प्रशासन सतर्कता दिखाते हुए अलर्ट मोड पर चिन्हित किये स्कूल
सैलाना/रतलाम। राजस्थान झालावाड़ की घटना ने पूरे देश को झकजोहर दिया। शिक्षा ग्रहण करने गए बच्चे मौत के आगोश में चले गए है, को देखते हुए रतलाम जिला प्रशासन एवं सैलाना प्रशासन द्वारा सतर्कता बरती जा रही है।
उसी के तहत सैलाना ब्लॉक में 16 स्कूल जर्जर अवस्था में हैं, जिनमें कक्षाएं आयोजित करना खतरनाक हो सकता है। इन स्कूलों में पानी टपकता है, मलबा गिरता है, और छतों के गिरने का खतरा बना रहता है। प्रशासन ने इन स्कूलों को चिन्हित किया है और फिलहाल बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की योजना है, लेकिन अधिकांश स्कूलों के आसपास कोई सुरक्षित भवन नहीं है।

जर्जर स्कूलों की सूची:
– प्राथमिक शाला पाटडा
– माध्यमिक शाला बल्लीखेड़ा
– माध्यमिक शाला आंबापड़ा
– माध्यमिक शाला बावड़ी
– माध्यमिक शाला कांसाखारी
– माध्यमिक शाला सालरापाडा क्रमांक 2
– प्राथमिक शाला कुंडा
– प्राथमिक शाला कालाभाटा
– प्राथमिक शाला टोरी
– प्राथमिक शाला पिंडवरा
– प्राथमिक शाला झरी
– प्राथमिक शाला सेमलखेड़ा
– माध्यमिक शाला एकीकृत सेमलखेड़ा
– प्राथमिक शाला फुफीरूडी
– प्राथमिक शाला गायरीपाड़ा
– प्राथमिक शाला आयडुपाड़ा
आगे की योजना:
इन स्कूलों को फिलहाल बंद करने का निर्णय लिया जा सकता है, लेकिन शासकीय नियमानुसार इंजीनियर की टीम को इन भवनों को क्षतिग्रस्त घोषित करना होगा। सैलाना के बीआरसी नरेंद्र कुमार पासी ने बताया कि जर्जर भवनों में बच्चों को नहीं बिठाया जाएगा और आसपास के सुरक्षित स्थानों पर स्कूल लगाए जाएंगे ।

Author: MP Headlines



