उज्जैन कार हादसा: पांच किलोमीटर दुर मिला एएसआई निनामा का शव,  कार का बंपर मिला, कार और महिला आरक्षक की तलाश जारी, मंगलवार को सैलाना में होगा अंतिम संस्कार

उज्जैन/रतलाम। उज्जैन के शिप्रा नदी में शनिवार को गिरी कार मैं सवार तीन पुलिसकर्मियों में से दो पुलिसकर्मियों के शव पुलिस को मिल गये है। वहीं महिला आरक्षक का शव नहीं मिल पाया है। रविवार को उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा का शव मिला जिनका अंतिम संस्कार रविवार को ही कर दिया गया वहीं सोमवार को एएसआई मदन लाल निनामा का भी बरामद हुआ है। रतलाम जिले के सैलाना में मंगलवार को एएसआई मदनलाल निनामा का अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा नवग्रह मार्ग, बावड़ी मोहल्ला सैलाना से सुबह 9.30 बजे निकलेगी।

उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि रतलाम जिले के एसपी से चर्चा हुई है, सैलाना में उनका गांव है, सैलाना में मंगलवार को एएसआई मदनलाल निनामा का अंतिम विदाई सम्मान पुर्वक दी जाएगी।

मामले की जानकारी देते हुए सीएसपी पुष्पा प्रजापति ने बताया कि सब इंस्पेक्टर का शव घटनास्थल से पांच किलोमीटर दूर भैरवगढ़ ब्रिज के पास मिला है। इसके पूर्व रविवार सुबह उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा का शव भी यही से मिला था। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू टीम महिला आरक्षक आरती पाल और लापता कार की तलाश कर रही है। ये हादसा शनिवार रात 9 बजे आस पास हुआ था। शिप्रा नदी के ब्रिज से कार अनियंत्रित होकर नदी में गिर गई थी। कार में कुल तीन लोग सवार थे। अब तक दो लोगों शव मिल चुके हैं।

शिप्रा नदी कार हादसे के तीसरे दिन सोमवार को सब इंस्पेक्टर मदनलाल निनामा का शव भैरवगढ़ पुलिया के नीचे से बरामद हुआ। इससे पहले रविवार को उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा का शव भी मिल चुका है। हादसे में लापता महिला आरक्षक आरती पाल और कार की तलाश अब भी जारी है।

सर्चिंग में लगी है चार नाव और 65 गोताखोर

कार नदी में गिरने के बाद से चार नाव और 65 गोताखोर कार में  सवार पुलिस कर्मियों को ढूंढने में लगे हैं। शिप्रा नदी के बड़े पुल पर बहती शिप्रा नदी में पुलिसकर्मियों की कार गिरने की घटना को 55 से  अधिक समय बीत गया हैं। दो पुलिस कर्मियों के शव मिलने के बाद अब एनडीआरएफ की टीम कार में बही महिला आरक्षक के शव ढूंढने के प्रयास कर रही है।

यह है पूरी घटना
अनंत चतुर्दशी की रात 9 बजे के आसपास पुलिसकर्मियों की कार शिप्रा नदी के बड़नगर रोड वाले बड़े पुल से गिर गई थी। इस दौरान नदी में पानी का बहाव बहुत तेज था और शिप्रा का जलस्तर भी बढ़ा हुआ था। इसके चलते कार तेजी से बह गई। पुलिस प्रशासन ड्यूटी पर लगा हुआ था, इसलिए तत्काल मदद नहीं मिल पाई। घटना की खबर लगते ही पुलिस टीम और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई थी, लेकिन रात में कुछ पता नहीं चल पाया। अगले दिन सुबह से नदी में बहे टीआई, दोनों पुलिसकर्मियों और कार की खोजबीन शुरू की गई।

रविवार को हुआ थाना प्रभारी का अंतिम संस्कार

रविवार सुबह 9 बजे भैरवगढ़ पुल के नीचे से उन्हेल टीआई अशोक शर्मा का शव मिल गया। शव को अस्पताल लाया गया और बाद में परिवार के सुपुर्द कर दिया गया। रविवार को ही स्व. टी आई अशोक शर्मा का पुलिस ने गॉड ऑफ़ आनर देकर सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में पुलिस महानिरीक्षक उमेश जोगा, डीआईजी नवनीत भसीन, एसपी प्रदीप शर्मा एवं पुलिस के अन्य अधिकारी तथा विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, नगर निगम सभापति कलावती यादव ने श्रद्धांजलि दी।

कांच तोड़कर बाहर निकले होंगे टीआई अशोक शर्मा

संभावना है कि उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा ने गाड़ी गिरते ही कांच फोड़ कर बाहर निकालने की कोशिश की होगी, क्योंकि उनके हाथ में चोट के निशान मिले थे। इसलिए कार से निकलकर उनका शव दूर चला गया था। इधर, महिला आरक्षक और कार की खोजबीन एसडीआरएफ टीम द्वारा सतत रूप से की जा रही है।

तीन किलोमीटर दुर मिला कार का बंपर
उज्जैन पुलिस को रेस्क्यू के दौरान कार तो नहीं मिली लेकिन कार का बंपर नदी से बरामद हो गया है। जिससे पता चला है कि कार का नंबर एमपी 13 सीसी 7292 है। यह बंपर एक्सीडेंट स्थल से तीन किलोमीटर दूर मिला है। कार भी आसपास मिल सकती है। इसी को लेकर अब यहां भी सर्चिंग अभियान शुरू कर दिया गया है। एसडीआरएफ की टीम सर्चिंग मौके पर कर रही है।

सोमवार को दूसरे दिन सुबह कार और दोनों पुलिसकर्मियों की खोजबीन शुरू की गई। इस दौरान सब इंस्पेक्टर मदनलाल निनामा का शव भैरवगढ़ पुलिया के नीचे से बरामद हुआ। वहीं, महिला आरक्षक आरती पाल की तलाश अभी भी जारी है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की शोक संवेदना व्यक्त

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि उज्जैन में ड्यूटी के दौरान शिप्रा नदी में वाहन गिरने से हुई दुर्घटना में उन्हेल के थाना प्रभारी अशोक शर्मा का असामयिक निधन हृदय विदारक है। मुख्यमंत्री ने शोकाकुल परिजन के प्रति अपनी गहन संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने बाबा महाकाल से दिवंगत पुण्यात्मा की शांति और परिजन को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।

कॉन्स्टेबल आरती चला रही थी कार

एसपी प्रदीप शर्मा के मुताबिक, उन्हेल थाना इलाके से 6 सितंबर को 14 साल की लड़की लापता हो गई थी। इसी मामले की जांच के लिए तीनों पुलिसकर्मी चिंतामन की तरफ जा रहे थे। सफेद कलर की कार कॉन्स्टेबल आरती पाल चला रही थीं। कार आरती की ही थी। 41 साल की आरती की शादी नहीं हुई है। 6 माह पहले ही उनके भाई की मौत हुई है।

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Author: MP Headlines

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