रतलाम 14 सितंबर/ म, प्र राज्य आनंद संस्थान आनंद विभाग द्वारा आदिवासी सीनियर गर्ल्स हॉस्टल में विश्व आत्महत्या निषेध दिवस मनाया गया। जिला समन्वयक सीमा अग्निहोत्री ने कहा कि दुनिया में प्रतिवर्ष आठ लाख लोग आत्म हत्या कर असमय जीवन खत्म कर लेते हैं।
तनाव अवसाद, असफलता की वजह से कई बार विद्यार्थी गलत कदम उठा लेते हैं। जिस तरह बाढ़ आने पर बांध के गेट खोल दिए जाते हैं उसी प्रकार तनाव होने पर हमें मुंह के गेट खोल देना चाहिए अर्थात अपने मन की बात साझा करने के लिए कोई व्यक्ति जिंदगी में हो तो वह इस अंधेरे से निकल सकता है। विपरीत परिस्थितियों में भी हमेशा सकारात्मक सोच रखें और अपने आप से कहें कि यह वक्त गुजर जाएगा।

मास्टर ट्रेनर मधु परिहार ने असफलता एक चुनौती है कविता सुनाकर विद्यार्थियों को चींटी, गोताखोर से प्रेरणा लेने को कहा। बालिकाओं ने अपने अनुभव सुनाते हुए बताया कि उन्हें जब तनाव हुआ और उस स्थिति में उन्हें कैसे मदद मिली। आनंदम सहयोगी सुरेन्द्र अग्निहोत्री ने विद्यार्थियों को अल्पविराम लेने हेतु प्रोत्साहित किया। छात्रावास अधीक्षिका सुगना मईड़ा ने बालिकाओं को सही मार्गदर्शन देने के लिए हुए कार्यक्रम हेतु मप्र राज्य संस्थान का आभार व्यक्त किया।

Author: MP Headlines



