नवरात्रि विशेष : महात्माओं व्दारा विराजित मां अन्नपूर्णा-नव दुर्गा माता (पुन्या खेड़ी) की बरसती है भक्तों पर विशेष कृपा, असाध्य रोगों को ठीक करती हैं मां

रतलाम। जिला मुख्यालय से बत्तीस किलोमीटर की दूरी पर आम्बा ग्राम से मात्र तीन किलोमीटर दूर ग्राम पुण्या खेड़ी(नवाबगंज)में अति प्राचीन लगभग 300 वर्षों से भी अधिक पुराना मां अन्नपूर्णा-नव दुर्गा का मंदिर स्थित है। यह मंदिर मालवा के साथ सीमावर्ती राजस्थान और गुजरात प्रांत के भक्तों की आस्था और भक्ती का केंद्र है। यहां मंदिर में एक साथ माता रानी नो स्वरूपों में विराजित हैं जो देश में इस प्रकार माता रानी की नौ प्रतिमाएं एक साथ कहीं भी विराजित नहीं है। मंदिर में नो देवियों में बीच में मां अन्नपूर्णा के रूप में विराजित है।

मंदिर का इतिहास: किंवदंती है कि लगभग तीन सौ साल पूर्व कुछ संत महात्माओं के जत्थे ने पुण्याखेड़ी गांव में अपना पड़ाव डाला था उनके साथ यही माता रानी की प्रतिमाएं थी उन्हें इसी स्थान पर विराजित कर पूजा अर्चना करते रहे। कुछ दिनों के बाद जब यह महात्मा यहां से अगले पड़ाव की ओर प्रस्थान करने लगे तो यह प्रतिमाएं यहां से नहीं हिली। ग्रामवासियों के आग्रह पर इन सभी प्रतिमाओं को विधिवत पूजन कर महात्मा लोग यहां से प्रस्थान कर गए।तब से ही माता रानी यहीं पर विराजित है।

विशेषता: यह मंदिर अति प्राचीन है इसके पास एक विशाल कल्पवृक्ष और शीतल जल की कुइयां भी है। श्रद्धालुजन इस कुइयां में स्नान करने के बाद कल्प वृक्ष की परिक्रमा लगा कर फिर मातारानी के दर्शन करते है।मान्यता है कि यहां कई असाध्य रोगों से भी मुक्ति मिलती है। विशेष कर लकवा ग्रसित रोगी तो यहां पर बहुत शीघ्र स्वस्थ हो जाते हैं।प्रति वर्ष दोनों ही नवरात्रि में नो दिनों तक विशेष अनुष्ठान होते हैं और अष्टमी को यज्ञ का आयोजन भी होता है।यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

मां अन्नपूर्णा नव दुर्गा की अति प्राचीन और दुर्लभ प्रतिमाएं यहां विराजित है।प्रति रविवार और दोनों नव रात्रि में माता रानी का अदभुत श्रृंगार होता है।रात्रि में संगीतमय गरबा रास का आयोजन भी होता है।
राजेंद्र शर्मा पुजारी

मां अन्नपूर्णा नव दुर्गा माता रानी के दरबार में जो भक्त सच्चे मन से अपनी मनोकामनाएं लेकर आते है और श्रद्धा भाव से प्रार्थना करते हैं उनकी मनोकामनाएं माता रानी अवश्य पूरी करती है।इस समय इस मंदिर का जीर्णोद्धार भी हो रहा है जो शीघ्र ही इस मंदिर को भव्यता प्रदान करेगा।
लक्षमण निना, भक्त

MP Headlines
Author: MP Headlines

Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp