ग्रेड अंक सुधार के लिए पुनः परीक्षा दे सकेंगे विद्यार्थी -डॉ पाटीदार

सैलाना। राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 के अध्यादेश 14 (1) और 14 (2) पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला में उपर्युक्त प्रावधानों पर प्रकाश डालते हुए शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आर पी पाटीदार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के इन नए अध्यादेशों के तहत जिन छात्रों को परीक्षा में कम ग्रेड अंक प्राप्त हुए है, यदि वे चाहेंगे तो दो प्रश्न पत्रों में श्रेणी सुधार हेतु दोबारा परीक्षा दे सकेंगे। इस प्रकार एक प्रश्न पत्र में दो बार दी गई परीक्षाओं में जिसमें ज्यादा अंक होंगे वही विद्यार्थी के परीक्षा परिणाम में जोड़ा जाएगा। इसके अतिरिक्त जो विद्यार्थी कुल क्रेडिट अंक के 35%  क्रेडिट अंक प्राप्त कर लेंगे उन्हें भी अगली कक्षा में प्रोन्नत कर दिया जाएगा, पहले 50% क्रेडिट अंक प्राप्त विद्यार्थियों को ही अगली कक्षा में प्रोन्नत किया जाता था ।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ सौरभ ई लाल ने बताया कि अब विद्यार्थी चाहे तो द्वितीय वर्ष में भी अपने माइनर  विषय को मेजर विषय में बदल सकेंगे जिससे कि उनके पास स्नातकोत्तर  उपाधि में विषय चयन के लिए दो विकल्प उपलब्ध रहेंगे। विद्यार्थियों के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास हेतु इस शिक्षा नीति में अनेक प्रावधान किए गए हैं । इसके अंतर्गत मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम, कौशल संवर्धन पाठ्यक्रम, मल्टी डिसीप्लिनरी पाठ्यक्रम तथा योग्यता संवर्धन पाठ्यक्रम की व्यवस्था भी की गई है। यदि विद्यार्थी न्यूनतम क्रेडिट स्कोर प्राप्त कर प्रथम वर्ष के बाद अध्ययन छोड़ता है तो उसे यूजी सर्टिफिकेट तथा 2 वर्ष पश्चात न्यूनतम क्रेडिट प्राप्त कर अध्ययन छोड़ता है तो उसे यूजी डिप्लोमा प्रदान करने की व्यवस्था की गई है।  कार्यशाला में डॉ रविकांत ने भी स्वयं पोर्टल के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी प्रदान की । इस अवसर पर  प्राध्यापक परिवार एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं  उपस्थित रहे।

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Author: MP Headlines

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