रतलाम 15 अक्टूबर /रतलाम जिले में सीपीआर जागरूकता सप्ताह 13 से 17 अक्टूबर तक स्वास्थ्य संस्थानों में मनाया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ एम एस सागर के निर्देश पर समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सीपीआर प्रशिक्षण-टी सी सी ऑपरेशन थिएटर में डॉ महेश मौर्य निश्चेतना विशेषज्ञ द्वारा दिया गया। जिसमें सीपीआर से संबंधित जानकारियां समझाई गई एवं प्रदर्शित की गई।

इस प्रशिक्षण में डॉ कृपाल सिंह राठौर अस्थि रोग विशेषज्ञ, डॉ मुकेश डाबर सर्जिकल स्पेशलिस्ट, डॉ अभिनव जैन अस्थि रोग विशेषज्ञ, डॉ भरत निनामा अस्थि रोग विशेषज्ञ, डॉ किंशुक जायसवाल निश्चेतना विशेषज्ञ, डीआरपी एवं पीजी स्टूडेंट्स, समस्त नर्सिंग स्टाफ, वार्ड बॉय एवं आया बाई आदि उपस्थित रहे। प्रशिक्षण के पूर्व एवं पश्चात सीपीआर संबंधी प्रश्नों का उत्तर प्रशिक्षण हेतु उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा दिया गया तथा शपथ दिलाई गई।

इस तरह से दी जाती है सीपीआर
प्रत्येक नागरिक को पता होना चाहिए कि सीपीआर क्या है और इसे कैसे दिया जाता है। जब किसी व्यक्ति का दिल अचानक धड़कना बंद कर देता है और वह सांस नहीं ले पाता है तब यह तकनीक काम आती है। सीपीआर मुख्य रूप से दो प्रकार से दिया जाता है। पहला छाती को जोर से और तेजी से दबाना, जिससे दिल को कृत्रिम रूप से पंप किया जाता है. इससे रक्त संचार बना रहता है। दूसरा मुहं से मुंह में हवा भरकर फेफड़ों तक आक्सीजन पहुंचाने का काम किया जाता है, ताकि मरीज की सांस लेने की प्रक्रिया शुरू हो सके। इन दोनों तकनीकों को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण लेने के बाद ही करना चाहिए।

Author: MP Headlines



