सैलाना। रतलाम जिले के सैलाना नगर के महालक्ष्मी मंदिर परिसर में सावन मास के दूसरे रविवार की सुबह एक अजीब घटना घटी, जब नागिन के 10 बच्चे दिखाई दिए। यह देखकर स्थानीय रहवासियों में हड़कंप मच गया और कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

नागिन के बच्चों के दर्शन
मंदिर के पुजारी रमेशचन्द्र शर्मा ने सुबह मंदिर परिसर की एक दीवार के छिद्रों में नागिन के एक-एक करके 10 बच्चों को देखा, तो वे आश्चर्यचकित रह गए। उन्होंने तुरंत आस-पास के रहवासियों को इसकी सूचना दी, जिसके बाद स्थानीय भरत प्रजापत ने सभी नागिन के बच्चों को सुरक्षित पकड़कर दूर कहीं जंगल में छोड़ दिया।
भक्तों की प्रतिक्रिया
कई भक्तों ने सावन मास में नागिन के बच्चों के दर्शन कर धर्मलाभ लिया। भक्तों का मानना है कि यह शुभ बात है कि सावन मास में नागिन के बच्चे देखे गए। कई भक्त उनके दर्शन करते हुए भी नजर आए।

डर और सतर्कता
हालांकि, नागिन के बच्चों को सुरक्षित छोड़ देने के पश्चात अब नागिन का डर सता रहा है। यह भी माना जा रहा है कि नागिन के बच्चे और भी हो सकते हैं। इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से सभी सतर्क हैं और पर सभी के मन में भय बरकरार है।
महालक्ष्मी मंदिर परिसर में नागिन के बच्चों के दर्शन एक अजीब और रोमांचक अनुभव था। स्थानीय लोगों ने उन्हें सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया, जिससे उनकी जान बचाई जा सके। सावन मास में नागिन के बच्चों के दर्शन करने का लाभ भक्तों को मिला, लेकिन अब सभी नागिन के संभावित खतरे को लेकर सतर्क हैं।

Author: MP Headlines



