उज्जैन शिप्रा नदी कार हादसा: कर्तव्यनिष्ठ महिला पुलिस आरक्षक सुश्री आरती पाल को दी श्रद्धांजलि, उज्जैन चक्रतीर्थ पर हुई अन्तिम विदाई

गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि

उज्जैन। बडऩगर पुल हादसे में जान गंवाने वाली महिला आरक्षक आरती पाल का बुधवार सुबह उज्जैन में अंतिम संस्कार किया गया। जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव कानीपुरा रोड स्थित सैफरान कॉलोनी स्थित आरती के घर ले जाया गया, जहां परिजन व पुलिस परिवार ने नम आंखों से आरती को विदा किया। करीब १०.३० बजे चक्रतीर्थ पर अंतिम संस्कार किया गया। भाई लोकेंद्र ने मुखाग्नि दी।

आरती के निवास पर ही गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उज्जैन पुलिस परिवार द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर एवं भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक उज्जैन ज़ोन उमेश जोगा, पुलिस उप महानिरीक्षक नवनीत भसीन, पुलिस अधीक्षक उज्जैन प्रदीप शर्मा व जिला कलेक्टर उज्जैन रौशन कुमार सिंह द्वारा श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें कंधा दिया। नगर निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा, शहरी क्षेत्रों के सभी थाना प्रभारी मौजूद थे। पुलिस परिवार के लोगों ने ही आरती के माता-पिता और भाई को सहारा देकर सांत्वना दी।

सात भाइयों की इकलौती बहन थी आरती पाल
मां शीला पाल ने बताया आरती सात भाइयों की इकलौती बहन थी। हमेशा हंसती रहती थी। 30 जुलाई को बड़े बेटे जितेंद्र पाल (45) का निधन हो गया था। इसके बाद की रस्मों के लिए 4 सितंबर को वह घर आई थी। धूप ध्यान की रस्म के बाद सब साथ बैठे थे। इसी दौरान उसने नवमी के दिन दादाजी के श्राद्ध में आने का वादा किया था। वह सभी भाइयों की आंखों का तारा थी। 5 सितंबर की शाम वह ड्यूटी पर लौटी और 6 सितंबर को हादसा हो गया। आरती 2012 में पुलिस विभाग में महाकाल थाने पर पहली पोस्टिंग हुई थी। पिछले चार साल से वे उन्हेल थाने पर थीं।

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Author: MP Headlines

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