नागदा / नागदा को जिला बनाने के अंतिम गजट नोटिफिकेशन के लम्बित प्रस्ताव को 31 अक्टुबर 2024 दीपावली पर्व तक स्वीकृत करने की पहल करने के संबंध में पूर्व विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने विधायक तेजबहादुरसिंह चौहान व सांसद अनिल फिरोजिया को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि शासन द्वारा म.प्र. में संभाग, जिले व तहसीलों की सीमाओं के पुनः गठन की घोषणा के आधार पर आपके द्वारा सीमाओं के पुनः गठन के बाद नागदा को जिला बनाने की बात कही जा रही है।
भाजपा मुख्यमंत्री की घोषणा व गजट नोटिफिकेशन पर विश्वास कर क्षेत्र की जनता ने भाजपा प्रत्याशी को विधायक बनाया परंतु आपके द्वारा जिला बनाने हेतू कोई पहल नही की गई है साथ ही राज्य शासन द्वारा मध्यप्रदेश की संभाग, जिला एवं तहसील की सीमा निर्धारित करने का जो परिपत्र जारी किया गया वह नागदा जिले के दिनांक 28 जुलाई 2023 के गजट नोटिफिकेशन पर लागू नही होता है। यदि वर्तमान में नागदा जिला घोषित नही होता है तो खाचरौद नगर रतलाम से 28 किलोमीटर तथा रतलाम जिले की सीमा खाचरौद तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों से लगी हुई है वही खाचरौद से उज्जैन की दुरी 80-85 किलोमीटर पडती है इस हिसाब से तो खाचरौद तहसील रतलाम जिले में सम्मिलित हो जाएगी और यदि जावरा जिला बनता है तो आलोट तहसील को उसमें सम्मिलित कर दिया जाएगा।
प्रदेश के जिलों की सीमाओं का परिसीमन होने में 2-3 वर्षों का समय लगेगा इसके पश्चात देश की जनसंख्या की जनगणना का कार्य भी प्रारंभ होगा तथा विधानसभा, लोकसभा की सीटों का परिसीमन भी होगा जिसके कारण नये जिले, तहसील, संभाग बनाने पर केन्द्र सरकार द्वारा प्रतिबंध रहेगा जिसके कारण नागदा को जिला बनने की संभावना आपके कार्यकाल 2028 तक नगण्य हो जाएगी। नागदा जिला नही बनने पर क्षेत्र की जनता जिला स्तर पर मिलने वाली सौगातों से वंचित हो जाएगी जो क्षेत्र की जनता के साथ धोखा होगा। माननीय सांसद, विधायक से क्षेत्र की जनता की और से अनुरोध है कि तत्काल जिले गजट नोटिफिकेशन कराकर क्षेत्र की जनता को सौगात प्रदान करें

Author: MP Headlines



