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मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला: शौचालय के लिए भी रिश्वत, रोजगार सहायक को रिश्वत लेते लोकायुक्त ने रंगे हाथ पकड़ा

भोपाल। मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला चरण सीमा पर है। बिना रिश्वत के किसी भी विभाग में कोई काम नहीं होता है। रिश्वत नहीं मिली तो काम भी अधुरा रह जाता है, या फिर कुछ ना कुछ त्रुटी कर दी जाती है। भ्रष्ट शासकीय सेवकों के खिलाफ लगातार हो रहे एक्शन के बावजूद रिश्वतखोरी की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है, बुधवार को एक बार फिर लोकायुक्त पुलिस की टीम को एक भ्रष्ट अधिकारी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है, मंगलवार को फौती नामांतरण के एक मामले में पटवारी को ग्वालियर लोकायुक्त की टीम ने 1500 रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। वहीं ग्राम पंचायत मूंदीखेड़ी ने पीसीओ अर्जुन ठाकुर को 3 हजार रूपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम ने घेराबंदी कर अर्जुन ठाकुर को रंगे हाथ पकड़ लिया है।।

सीहोर जिले की आष्टा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पीसीओ अर्जुन ठाकुर को शौचालय निर्माण के लिए राशि आवंटित करने के बदले रिश्वत मांगना महंगा पड़ गया है, दरअसल रिश्वत लेते ही लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथ ही पकड़ लिया है। जनपद पंचायत मे लोकायुक्त टीम ने दस्तक देकर बड़ी कार्रवाई की है, जैसे ही लोकायुक्त की टीम फरियादी रोजगार सहायक राजेश सेन ग्राम पंचायत मूंदीखेड़ी ने पीसीओ अर्जुन ठाकुर को 3 हजार रूपए की रिश्वत दी, उसी समय लोकायुक्त की टीम ने घेराबंदी कर अर्जुन ठाकुर को रंगे हाथ पकड़ लिया। यह खबर लगते ही कुछ संदिग्ध कर्मचारी पीछे की गली से फरार हो गए।शिकायतकर्ता राजेश सेन ने बताया कि 12 साल से में नौकरी कर रहा हूं, बगैर रिश्वत दिए कोई कार्य जनपद पंचायत में नहीं होता है। 9 शौचालय बनना है, जिसकी राशि जारी करने के लिए जिस पर से 4 हजार रूपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। 3 हजार रूपए में सौदा तय हुआ। मैंने लोकायुक्त में शिकायत की, जिस पर से लोकायुक्त की टीम ने कार्यवाही करते हुए अर्जुन सिंह ठाकुर को 3 हजार रूपए के साथ गिरफ्तार किया। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।

शिकायतकर्ता राजेश सेन ने बताया कि 12 साल से में नौकरी कर रहा हूं, बगैर रिश्वत दिए कोई कार्य जनपद पंचायत में नहीं होता है। 9 शौचालय बनना है, जिसकी राशि जारी करने के लिए जिस पर से 4 हजार रूपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। 3 हजार रूपए में सौदा तय हुआ। मैंने लोकायुक्त में शिकायत की, जिस पर से लोकायुक्त की टीम ने कार्यवाही करते हुए अर्जुन सिंह ठाकुर को 3 हजार रूपए के साथ गिरफ्तार किया। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।

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Author: MP Headlines

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