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उज्जैन महाकाल मंदिर में हुए विवाद का खुलासा: 5 लोगों की अनुमति पर 13 को भस्म आरती में प्रवेश दिया, संबंधित कर्मचारी निलंबित

महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान हुए एक बड़े विवाद ने मंदिर प्रशासन को हिलाकर रख दिया है। घटना गेट नंबर 13 पर तैनात कर्मचारी सोनू तिलवे से जुड़ी है, जिन्होंने 5 लोगों को भस्म आरती में प्रवेश देने की अनुमति दी थी, लेकिन नियमों को ताक पर रखकर 13 लोगों को अंदर जाने का मौका दे दिया। इस मामले के बाद महाकाल मंदिर के प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कर्मचारी को निलंबित कर दिया और मामले की गहन जांच शुरू कर दी।

जानकारी के अनुसार, महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान पुजारी और पुरोहित के आने-जाने के लिए विशेष गेट नंबर 13 का इस्तेमाल किया जाता है। कर्मचारी सोनू तिलवे ने पांच लोगों को प्रवेश देने की अनुमति दी थी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने 13 अन्य लोगों को भी बिना अनुमति के अंदर जाने दिया। इस घटना पर मंदिर कर्मचारियों की शिकायत महाकाल मंदिर प्रशासन तक पहुंची, जिसके बाद महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सोनू तिलवे को निलंबित कर दिया और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी।

विवाद के बाद जांच शुरू
मंदिर कर्मचारियों के अनुसार, एक पुजारी के कहने पर उन 13 लोगों को भस्म आरती में बिना अनुमति प्रवेश दिया गया। हालांकि, प्रशासन की प्राथमिक जांच में यह पाया गया कि 13 लोगों का प्रवेश नियमों के खिलाफ था, क्योंकि केवल 5 लोगों को ही पहले से अनुमति दी गई थी। अब महाकाल प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि वह पुजारी कौन था, जिसने इन 13 लोगों को अंदर जाने की अनुमति दी।

सूत्रों के अनुसार, यदि जांच में यह पाया गया कि पुजारी के निर्देश पर नियमों का उल्लंघन हुआ है, तो उस पुजारी को भी मंदिर से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। महाकाल मंदिर प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे प्राथमिकता से हल करने का आश्वासन दिया है।

नियमों के उल्लंघन पर सवाल उठे

यह घटना महाकाल मंदिर के प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रही है। भस्म आरती जैसे पवित्र और महत्तवपूर्ण आयोजन के दौरान इस प्रकार की लापरवाही से भक्तों के बीच असंतोष फैल सकता है। महाकाल प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियमों और कड़ी निगरानी का पालन किया जाएगा।

यह घटना महाकाल मंदिर के इतिहास में एक उदाहरण बन सकती है, जो दर्शाता है कि किसी भी धर्मिक स्थल पर नियमों का उल्लंघन गंभीर परिणामों का कारण बन सकता है। फिलहाल, मामले की जांच जारी है और प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस संबंध में शीघ्र ही कड़े कदम उठाए जाएंगे।

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Author: MP Headlines

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