180 आराधकों द्वारा एकासन की तपाराधना की गई
सैलाना। आचार्यश्री उमेशमुनिजी म. सा. की 13 वीं पुण्यतिथि धर्मदास गणनायक प्रवर्तक श्री जिनेंद्रमुनिजी की आज्ञानुवर्तिनी साध्वीश्री धैर्यप्रभाजी, साध्वीश्री पुण्यशीलाजी आदि ठाणा-11 के सानिध्य में श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ द्वारा जप-तप-त्याग तपस्या व विविध धर्म आराधनाओं के साथ उत्साहपूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित गुणानुवाद सभा में साध्वी पुण्यशीलाजी म. सा. एवं साध्वी सद्गुणाजी ने आचार्यश्री के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। साध्वी चतुरगुणाजी ने आचार्यश्री के जीवन पर आधारित स्तवन प्रस्तुत किया। इसके पूर्व नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप, श्री उमेश चालीसा, अणु स्तुति आदि आराधना सम्पन्न हुई। श्रावक-श्राविकाओं ने पांच-पांच सामायिक की आराधना भी की।
तपस्वियों का किया बहुमान
सैलाना गौरव युवा संत श्री शुभेशमुनिजी म . सा . के सांसारिक काका सा. तपस्वी अभय मोगरा तेले-तेले वर्षीतप की तपस्या कर रहे। तपस्वी श्री मोगरा का श्रीसंघ की ओर से शॉल ओढ़ाकर माला पहनाकर अभिनंदन पत्र भेंटकर बहुमान किया गया। वहीं दो मुमुक्षु अजैन बहनें सपनाजी और शीतलजी राठौड़ का भी श्रीसंघ के पदाधिकारियों और वरिष्ठ सदस्यों ने अभिनंदन पत्र भेंटकर बहुमान किया। इधर वर्षीतप आराधकों का भी बहुमान किया गया।
180 एकासन तप की भेंट दी
अणु गुरु को 180 श्रावक-श्राविकाओं ने सामूहिक एकासन तप के प्रत्याख्यान ग्रहण कर तप की भेंट दी। एकासन करवाने का लाभ श्रीसंघ ने लिया। संचालन पीयूष सालेचा वोरा ने किया। प्रभावना का लाभ साध्वी हंसाजी म. सा. के सांसारिक परिवार की ओर से लीला बहन रजनीकांत छाजेड़ लिमड़ी, शैतानमल पितलिया परिवार, राजेन्द्रकुमार गोलेचा परिवार व एक गुप्त महानुभाव ने लिया।
एक शाम अणु गुरु के नाम
वही पुण्यतिथि दिवस के दिन प्रतिक्रमण के पश्चात श्रावक व -श्राविकाओ में पृथक पृथक स्थानक भवन में “एक शाम अणु गुरु के नाम” का आयोजन भी हुआ। सभी ने एक से बढ़कर एक सुंदर प्रस्तुति देकर पूज्य गुरुदेव के पति अपनी भावांजलि अर्पित की।
साध्वी मंडल का सैलाना से विहार
सैलाना में धर्म प्रभावना करने के पश्चात साध्वी मंडल ने बुधवार को सूर्योदय के पश्चात यहां से शिवगढ़ रावटी हेतु विहार किया। विहार करने के पूर्व साध्वी धैर्यप्रभाजी व साध्वी मंडल ने उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं को मांगलिक श्रवण करवाई। साध्वी मंडल का गुरुवार को शिवगढ़ में मंगल प्रवेश की संभावना है। शिवगढ़ आदि क्षेत्रों में धर्म प्रभावना करने के पश्चात रावटी में मंगल प्रवेश होगा।

Author: MP Headlines



