एएसआई मदनलाल निनामा का शव पंचतत्व में विलीन, गार्ड ऑफ आनर सलामी देकर  दी अंतिम विदाई

डीआईजी, एसपी,आईजी अंतिम संस्कार में रहे उस्थित

सैलाना। उज्जैन में शनिवार को रात्रि में शिप्रा नदी के बड़े पुल से नदी में गिरी कार में रतलाम जिले के सैलाना निवासी, एस आई मदनलाल निनामा का शव सोमवार को मिला। मदनलाल निनामा मुलतः रतलाम जिले की सैलाना तहसील के ग्राम ताराघाटी के रहने वाले है। मदनलाल निनामा की अंतिम संस्कार यात्रा नम्आंखों से गमगीन माहौल में मंगलवार 9 सितंबर को सुबह 9 बजे सैलाना नगर के बावड़ी मोहल्ला निवास से अंतिम संस्कार यात्रा निकाली।

अंतिम यात्रा रॉका गली, मस्जिद चौराहा बस स्टैंड होते हुए स्थानीय मुक्ति धाम शांतिव पर पहुंची, यहा शांतिवन में डीआइजी मनोज सिंह, जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी ) अमित कुमार, रक्षित निरीक्षक मोहन भर्रावत उपस्थित रहे, पुलिस प्रशासन महकमें द्वारा स्वर्गीय निनामा को गार्डऑफ आनर सलामी दे कर सम्मानित किया गया।

मदनलाल निनामा के दो बेटे हैं- बड़ा जितेंद्र निनामा, छोटा राहुल निनामा। बड़ी बेटी रानी हाउस वाइफ हैं, छोटी बेटी नर्सिंग का कोर्स कर रही है।

बड़ा बेटा प्राइवेट कंस्ट्रक्शन का काम करता है। छोटा बेटा शिवगढ़ में मेडिकल संचालित करता है। मदनलाल निनामा के बड़े भाई कचरुलाल भी पुलिस विभाग से एएसआई के पद से जनवरी 25 में मंदसौर जिले से रिडायर्ड हुए हैं।

बड़े बेटे जितेंद्र ने बताया कि उनके पिता दो साल से उज्जैन जिले के उन्हेल में पदस्थ थे। घर दूर होने के कारण उन्हेल ही रहते थे।
ततपश्चात निनामा के पुत्रों द्वारा मुखाग्नि दी गई। निनामा के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में समाजजन, सैलाना क्षेत्र व नगर के गणमान्य, जनप्रतिनिधि, शामिल हुए।

बतादे कि 6 सितंबर की रात एक मामले की जांच के लिए उन्हैल थाना प्रभारी अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा व आरक्षक आरती पाल कार से जा रहे थे। वे रात पौने नौ से नौ बजे के बीच उज्जैन के जूना सोमवारिया होकर शिप्रा नदी के बड़े पुल को पारकर रहे थे। तभी कार अचानक अनिंयत्रित होकर पुल से नीचे गिर गई थी।बताया जाता है कि उस वक्त नदी में पानी का बहाव तिव्रगति से पानी बह रहा था।

सूचना मिलते ही उज्जैन पुलिस व एनडीआरएफ मौके पर पहुंची गई थी कार में सवार लोगों की तलाश शुरू की थी। देर रात पता चला कि कार में उन्हैल थाना प्रभारी अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा व आरक्षक आरती पाल सवार थे। 7 सितंबर को सुबह पुलिस व एनडीआरएफ की टीम ने खोज अभियान आरम्भ किया, वही सुबह करीब 11 बजे थाना प्रभारी अशोक शर्मा का शव घटना से करीब तीन किलोमीटर दूर भैरवगढ़ क्षेत्र की पुलिया के नीचे मिला था।

फिर देर शाम को अंधेरा होना से खोज अभियान रोक दिया गया था।ततपश्चात दूसरे दिन 8 सितंबर (सोमवार) पुन: खोज अभियान शुरू किया। शाम करीब साढ़े चार बजे एसआई मदनलाल निनामा का शव भैरवगढ़ पुलिया क्षेत्र में मिला।
शव को उज्जैन के अस्पताल ले जाया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया। परिजन व पुलिसकर्मी शव लेकर सोमवार रात रतलाम पहुंचे। तथा शव मेडिकल कॉलेज में रखा गया।

आज मंगलवार को एसआई मदनलाल निनामा के दो पुत्र, पुत्री, पत्नी व अन्य परिजन सैलाना नगर के बावड़ी मोहल्ला में रह रहे है। मंगलवार (10 सितंबर) की सुबह मेडिकल कॉलेज से उनका शव सैलाना स्थित निवास पर लेकर आये, यहां सैलाना नगर में सुबह नौ बजे अंतिम यात्रा निकाली गई सैलाना स्थित मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया।

अन्तिम संस्कार में दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों ने खुद उपस्थित हो कर सलामी दी। इस मौके पर राजस्व विभाग जरुर अपनी जिम्मेदारी निभाने से चूक गया। एसडीएम और तहसीलदार की गैरमौजूदगी से राजस्व प्रशासन पर असंवेदनशील होने का ठप्पा लगा।

MP Headlines
Author: MP Headlines

Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp