सैलाना। सैलाना वनवासी कल्याण परिषद द्वारा संचालित श्री वाल्मीकि वनवासी आश्रम परिसर में वनवासी कल्याण परिषद का 73वा स्थापना दिवस मनाया गया।
आयोजन के मुख्य अतिथि परिषद के क्षेत्रीय स्वास्थ्य प्रमुख डॉ उदय यादें थे जिन्होंने अपने उद्बोधन में कल्याण परिषद के बारे में बताते हुए कहा कि 1952 में छत्तीसगढ़ जशपुर से इस अभियान की शुरूआत हुई थी जो आज पूरे देश में आदिवासी क्षेत्रों में विभिन्न आयामों के माध्यम से अपनी सेवाएं दे रहा हे।
परिषद के जिला अध्यक्ष डॉ रूपचंद मेड़ा द्वारा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सैलाना स्थित वाल्मीकि वनवासी आश्रम परिषद के विभिन्न आयामों में से एक हे जिसकी शुरुआत 1980 में हुई थी और पिछले 45 वर्षों से इसका संचालन किया जा रहा हे अब तक सैकड़ों बच्चे यहां से शिक्षा और संस्कार प्राप्त कर समाज की सेवा में विभिन्न क्षेत्रों में लगे हैं।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि व्यापारी संघ के अध्यक्ष इंद्रेश चंडालिया ने इस अवसर पर आश्रम के बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आप को आश्रम में जो शिक्षा ओर संस्कार मिल रहे हे उसका समाज को लाभ मिले इसके लिए आप पूरे मन से पढ़ाई करे और जिस तरह आपके लिए परिषद अपनी सेवा दे रहा हे उसी तरह आप भी आगे चलकर समाज की सेवा में कार्य करे

कार्यक्रम के प्रारंभ सभी अतिथियों द्वारा मां भारती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन किया गया जिसके पश्चात अतिथियों का आश्रम के अधीक्षक चंदर मेड़ा द्वारा तिलक लगाकर स्वागत किया ।
कार्यक्रम का संचालन आश्रम समिति के सचिव रवि शर्मा ने किया, आभार व्यवस्था प्रमुख अपूर्व नाहटा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर समिति के उपाध्यक्ष वर्दीचंद पाटीदार, रामलाल सोलंकी, मांगीलाल खदेड़ा,भेरूलाल भाभर, शामलाल मईडा पूर्व छात्र और आश्रम के विद्यार्थी उपस्थित थे।
Author: MP Headlines


















