मध्यप्रदेश के भोपाल से खाद की कालाबाजारी का मामला सामने आया है. जहां घंटों लंबी कतारों में लगने के बावजूद किसानों को पर्याप्त खाद उपलब्ध नहीं हो सके हैं. ऐसे में किसान बाजार की ओर रुख कर रहे हैं. इधर बाजार में भी व्यापारियों द्वारा खाद की कालाबाजारी की जा रही है. इसी कालाबाजारी को देखते हुए तहसीलदार ने छापामार कार्यवाही की है. विक्रेता द्वारा 1350 रुपये की खाद की बोरी 1850 रुपये में बेची रही थी, जिसके बाद विक्रेता पर कार्यवाही करते हुए गोदाम को सील कर दिया गया.
जानकारी के अनुसार राजधानी भोपाल के नजदीक ही बैरसिया में प्रशासन को खाद की कालाबाजारी करने की सूचना मिली थी. जानकारी मिलने पर एसडीएम आशुतोष शर्मा ने मौके पर तहसीलदार करुणा दंडोतिया और वरिष्ठ कृषि अधिकारी पीएस गोयल को जांच के लिए भेजा. जांच में सामने आया कि कृषि सेवा केंद्र के संचालक द्वारा डीएपी खाद जिसका शासकीय विक्रय मूल्य 1350 रुपये बोरी को विक्रेता द्वारा 1850 रुपये में बेचा जा रहा था. वहीं यूरिया खाद की बोरी जिसका शासकीय मूल्य 267 रुपये को विक्रेता द्वारा 340 रुपये में बेच रहा था.
गोदाम सील, एफआईआर दर्ज
प्रशासनिक अधिकारियों की जांच में सत्यता पाई जाने के बाद नरसिंहगढ़ रोड बैरसिया स्थित गौर कृषि सेवा केन्द्र को सील किया गया है, जबकि इसके संचालक कमल सिंह गौर के खिलाफ बैरसिया थाने में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी पीएस गोयल के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3 एवं धारा 7 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है. भोपाल कलेक्टर विक्रम सिंह के मुताबिक डीएपी और यूरिया खाद के ऊंचे दामों को लेकर शिकायत मिलने पर बैरसिया स्थित गौर कृषि सेवा केन्द्र की जांच की गई जिसमे शिकायत सच साबित हुई. इसके बाद गोदाम को सील करने के साथ ही विक्रेता पर एफआईआर दर्ज कराई गई. मामले में आगे की कार्यवाही चल रही है.

Author: MP Headlines



