सैलाना। प्रतिष्ठित व्यवसाई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मथुरालाल लोढ़ा का 86 वर्ष की आयु में आज दोपहर निधन हो गया हैं। अपने मृदु व्यवहार और मिलनसारिता के चलते वे बाऊजी के नाम से दूर दूर तक प्रसिद्ध थे। कांग्रेसी विचारधारा के होने के बावजूद सभी दलों के नेताओं और अन्यसामाजिक लोगों से उनका घरोपा प्रभाव रहा हैं।
शासकीय महकमे में भी उनकी व्यापक जान पहचान रही हैं।सैलाना में बीते छह दशकों में ऐसा कोई बड़ा प्रशासनिक अधिकारी या पुलिस अधिकारी नहीं रहा,जिनसे उनकी घनिष्ठता नहीं रही हो। यहां से स्थानांतरित होने के बाद भी वे सबके संपर्क में बने रहते थे।कहा जा सकता है कि सभी से उनकी दोस्ती ही रहती थी।
पूरे इलाके में दूर दूर तक ऐसा कोई शख्स नहीं होगा जिनसे बाबुजी का अबोला रहा हो। अधिकारी जन सेवानिवृत होने के बाद या तबादले के बाद भी जब कोई अधिकारी सैलाना से गुजरता तो वो इनसे मिले बगैर नहीं जाते थे। एक बार इनसे मिलने वाला हर शख्स जीवन भर के लिए निःसंदेह इनका कायल हो जाता था। छोटे से बच्चे से ले कर बड़ी से बड़ी उम्र के व्यक्ति से इनकी समान मित्रता होती थी।
उनके निधन की खबर फैलते ही क्षेत्र में शौक की लहर दौड़ गई। बड़ी संख्या में लोग उनके निवास पर पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी। पूर्व विधायक हर्षविजय गेहलोत, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष विजय डोशी, जगदीश पाटीदार,महेंद्रशुक्ला, जितेंद्रसिंह राठौड़, परिषद अध्यक्ष चैतन्य शुक्ला, मनोज भंडारी सहित कई नेतागण, सामाजिक संगठन के लोगों ने उनके निधन को सैलाना की अपूरणीय क्षति बताते हुए अपनी शोक संवेदना व्यक्त की।
सैलाना के मुक्ति धाम पर उनके पुत्रों श्रेणिक लोढ़ा, मुकेश लोढ़ा, राजेश लोढ़ा ने मुखाग्नि दी।
स्व.लोढ़ा के मृत्युपरांत परिजनों ने उनका नेत्रदान किया
श्री लोढ़ा के निधन के पश्चात शोक संवेदना व्यक्त करने उनके निवास पर पहुंचे वरिष्ठ समाजसेवी व लायंस क्लब अध्यक्ष विजय डोशी ने जब उन्हें नेत्रदान की जानकारी देते हुए प्रेरित किया कि उनके नैत्र किसी अंधे व्यक्ति के जीवन की रोशनी बन सकते हैं, तो तुरंत श्री लोढ़ा के परिजनों ने नेत्रदान के लिए हमी भरदी। एवं रतलाम नैत्र चिकित्सालय की टीम को सैलाना बुलवाकर इस बात की जानकारी दी नेत्र चिकित्सालय की टीम ने सैलाना आकर श्री लौढ़ा के निवास से उनके नैत्र दान की प्रक्रिया को पुरा किया।

Author: MP Headlines



