रतलाम/सैलाना। सोमवार को जिले के सैलाना में बायपास रोड स्थित कन्या शिक्षा परिसर की छात्राओं द्वारा अपने शिक्षक के समर्थन में आज सुबह करीब 10:00 बजे परिसर प्रांगण में ही धरने पर बैठ गई, सूचना मिलते ही अनुविभागीय अधिकारी सैलाना मनीष जैन मौके पर पहुंचे और धरना दे रही बालिकाओं से चर्चा कर धरना दे रही बालिकाओं ने पहले तो जमकर नारेबाजी की नारेबाजी के दौरान उनके हाथों में नारे लगे हुई तख्तियां थी।
नारे बाजी कर रही बालिकाओं से एसडीएम मनीष जैन ने जब चर्चा करना चाहि तो पहले बालिकाएं नारेबाजी करती रही लेकिन जब एसडीएम ने कहा कि मैं एक भाई के रूप में तुमसे बात करने आया हूं. तब धरना प्रदर्शन कर रही बालिकाओं ने अनुविभागीय अधिकारी मनीष जैन से इस विषय में चर्चा की। धरना दे रही बालिकाओं ने अनुविभागी अधिकारी मनीष जैन को बताया कि कन्या शिक्षा परिसर के पूर्व शिक्षक कन्हैया लाल बेरवा जिन्हें की अनुशासनहीनता में निलंबित कर दिया गया है उनसे ही पढ़ाई करनी है। पहले तो छात्रों की यह बात सुन एसडीएम मनीष जैन भी चौंक गए लेकिन जब उन्होंने वहां उपस्थित अन्य अधिकारियों से चर्चा की तब उन्हें पूरी जानकारी मिली।
जानकारी अनुसार पिछले दिनों कन्या शिक्षा परिसर सैलाना में 2 शिक्षक आपस में भिड़ गए थे । जो कि मामला पुलिस थाने तक पहुंचा था। वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे गंभीर लापरवाही मानकर उक्त दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया था और जिनके विरुद्ध विभागीय जांच पंजीबद्ध है। धरना दे रही बालिकाओं का यह कहना था कि उन्हें पढ़ाने वाले शिक्षक बेरवा जी के विरुद्ध जो कुछ हुआ है वह गलत है और उन्हें उसी शिक्षक से पढ़ना है।
घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय विधायक कमलेश्वर डोडियार भी वहां पहुंचे और उन्होंने भी बच्चियों से चर्चा की तथा उचित कार्रवाई का भरोसा दिया लेकिन बालिकाएं जिद पर अड़ी रही।
कन्या शिक्षा परिसर छात्रावास की छात्राओं के धरने की खबर मिलने पर जनजाति कार्य विभाग की सहायक आयुक्त रंजना सिंह बघेल और वरिष्ठ अधिकारी प्रीति जैन भी मौके पर पहुंची जहां पर उन्होंने धरना दे रही बालिकाओं से चर्चा की। जनजातीय कार्य विभाग के अंतर्गत आने वाले इस सस्थान का विवादो से पुराना नाता रहा है। पूर्व में भी यहां विवाद की छुट-पुट घटनाएं हो चुकी है।
विधायक कमलेश्वर डोडियार, एसडीएम मनीष जैन, सहायक आयुक्त रंजना सिंह, प्रीति जैन, द्वारा बच्चियों को समझाइ दिए जाने और मामले में निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई किए जाने का विश्वास दिलाया तब छात्राओं ने धरना समाप्त किया।

Author: MP Headlines



